लखनऊ-प्रयागराज हाईवे बुधवार को उस समय रणभूमि में तब्दील हो गया, जब विपक्षी नेता और सांसद राहुल गांधी के काफिले को उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह और उनके समर्थकों ने रोक दिया। राहुल गांधी के अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचते ही यह हाई-वोल्टेज विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया, जिससे राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है।
गुलुपुर में थमा राहुल गांधी का काफिला:
राहुल गांधी लखनऊ से सड़क मार्ग द्वारा रायबरेली की ओर आ रहे थे। हरचंदपुर क्षेत्र के गुलुपुर के पास जैसे ही उनका काफिला पहुंचा, मंत्री दिनेश प्रताप सिंह अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर धरने पर बैठ गए। इस दौरान ‘राहुल गांधी वापस जाओ’, ‘माफी मांगो राहुल गांधी’ जैसे गगनभेदी नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। विरोध प्रदर्शन इतना उग्र था कि राहुल गांधी का काफिला लगभग 20 मिनट तक वहीं रुका रहा, जिससे सड़क पर लंबा जाम लग गया।
पीएम की मां पर टिप्पणी बनी विरोध का कारण:
विरोध प्रदर्शन के दौरान कई कार्यकर्ता उत्तेजित हो गए, हालांकि मंत्री दिनेश सिंह ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत किया। मंत्री दिनेश सिंह ने मीडिया से बात करते हुए विरोध का कारण स्पष्ट किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में राहुल गांधी की मौजूदगी में प्रधानमंत्री की मां को अपमानित किया गया और उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। दिनेश सिंह ने कहा, “राहुल गांधी को इसके लिए देश से और समाज से माफी मांगनी चाहिए। ऐसी टिप्पणी समाज के लिए बिल्कुल ठीक नहीं है और यह हमारी संस्कृति के खिलाफ है।”
प्रशासन के फूले हाथ-पांव, अफरा-तफरी का माहौल:
अचानक हुए इस विरोध प्रदर्शन से पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात होने के बावजूद अफरा-तफरी का माहौल बन गया। पुलिस को स्थिति को नियंत्रण में लाने और राहुल गांधी के काफिले को आगे बढ़ाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। लगभग 20 मिनट के गतिरोध के बाद, पुलिस ने किसी तरह रास्ता साफ करवाया और राहुल गांधी का काफिला आगे बढ़ सका।
इससे पहले, राहुल गांधी का लखनऊ एयरपोर्ट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया था। हजारों की संख्या में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने उन्हें मालाएं पहनाईं और जोरदार नारों के साथ उनका अभिनंदन किया, जिसके बाद वे सड़क मार्ग से रायबरेली के लिए रवाना हुए थे। हालांकि, रायबरेली में हुए इस विरोध प्रदर्शन ने उनके दौरे की शुरुआत को हंगामेदार बना दिया है, और आने वाले दिनों में इस पर राजनीतिक बयानबाजी तेज होने की उम्मीद है।